कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए पेरोल पर छोड़े गए कैदियों की वापसी न होने पर चेतावनी जारी

जौनपुर। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए जिला कारागार से पेरोल पर छूटे 40 कैदियों में से मात्र छह ने ही अपना दाखिला कराया है, शेष 34 के दाखिले का सोमवार को अंतिम दिन था। जेल अधीक्षक ने चेतावनी दी है कि पैरोल पर छूटे कैदी जल्दी हाजिर हो वरना फरार घोषित होंगे। प्रदेश सरकार ने तीन चरणों में दिए गए 24 सप्ताह के पेरोल को अब आगे न बढ़ाने का फैसला लिया है। जेल प्रशासन से इस संदर्भ में शासन ने मंगलवार को इसकी रिपोर्ट भेजने का निर्देश दिया था। हाजिर न होने वाले कैदियों के विरुद्ध इसके बाद अगली कार्रवाई की जाएगी। उच्चतम न्यायालय की सलाह पर प्रदेश सरकार के आदेश पर जिला कारागार से ऐसे 40 कैदियों को पहली बार तीन अप्रैल को आठ सप्ताह के पेरोल पर रिहा किया गया था, जिन्हें दोष सिद्ध होने पर अदालत ने सात साल तक की सजा दे रखी है। यह अवधि समाप्त होने से पूर्व ही जून माह में दूसरी बार और फिर सितंबर में तीसरी बार आठ सप्ताह के लिए पेरोल अवधि बढ़ा दी गई थी। सरकार ने अब इसे आगे न बढ़ाने का निर्णय लिया है। सोमवार तक बाकी सजा काटने के लिए इन्हें जेल में दाखिला कराने का अंतिम दिन रहा। सोमवार तक इनमें से छह जेल में दाखिल हो चुके हैं। जेल अधीक्षक ने बताया है कि प्रमुख सचिव व महानिरीक्षक कारागार का इससे संबंधित आदेश प्राप्त हो गया है। शेष 34 कैदियों को जेल में हाजिर हो जाने की सूचना भेज दी गई है। यदि वे इसका पालन नहीं करेंगे तो उनके विरुद्ध अग्रेतर कार्रवाई की जाएगी। शासन को मंगलवार तक रिपोर्ट प्रेषित की जानी है।