इलेक्ट्रिसिटी अमेंडमेंट बिल संसद में पारित कराने के एलान से बिजली कर्मियों में आक्रोश
दो घंटे का ध्यानाकर्षण विरोध प्रदर्शन, बात नहीं बनी तो चरणबद्ध आंदोलन

जौनपुर। केन्द्र सरकार द्वारा लाये जा रहे इलेक्ट्रिसिटी (अमेण्डमेंड) एक्ट 2021 और निजीकरण के विरोध में बिजली कर्मियों ने हुंकार भरी है। केन्द्रीय नेतृत्व के आह्वान पर देश के 15 लाख विद्युत कर्मियों के साथ सोमवार को जनपद के सभी विद्युत अधिकारियों, कर्मचारियों और संविदाकर्मियों द्वारा शाम चार बजे से छह बजे तक ध्यानाकर्षण विरोध प्रदर्शन किया गया।
विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि केन्द्र सरकार ने संसद के मानसून सत्र में इलेक्ट्रिसिटी अमेंडमेंट बिल 2021 संसद में रखने और पारित करने का एलान किया है। संसद के मानसून सत्र के पहले दिन आज मौजूदा महामारी को ध्यान में रखते हुए एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए देशव्यापी प्रदर्शन आयोजित किये गए। उनका कहना है कि अगर इलेक्ट्रिसिटी (अमेण्डमेंड) बिल वापस नहीं लिया गया तो 3 अगस्त को उत्तरी क्षेत्र, 4 अगस्त को पूर्वी क्षेत्र, 5 अगस्त को पश्चिमी क्षेत्र एवं 6 अगस्त को दक्षिणी क्षेत्र के बिजली कर्मी दिल्ली में श्रम शक्ति भवन पर सत्याग्रह करेंगे। सरकार द्वारा इलेक्ट्रिसिटी (अमेण्डमेंड) एक्ट 2021 वापस नहीं लिया गया तो 10 अगस्त को एक दिन का कार्य बहिष्कार करेंगे।
विरोध प्रदर्शन की अध्यक्षता ई0 विनोद गुप्ता और संचालन बिजली कर्मचारी संघ के अध्यक्ष निखिलेश सिंह द्वारा किया गया। इस अवसर पर ई0 राम अधार, ई0 एस0 के0 सिंह, ई0 रवीन्द्र पासवान, ई0 अभिषेक केशरवानी, मनीष श्रीवास्तव, संजय यादव ने अपने विचार व्यक्त किये। धरना प्रर्दशन में ई0 ए0 के0 सिंह, ई0 गुलाब, अशोक मौर्या, अश्वनी श्रीवास्तव, संतोष श्रीवास्तव, संजय वाल्मिकी, कामता यादव, अनिल सिंह, चन्द्रशेखर आजाद, विनोद यादव इत्यादि लोग खास तौर पर मौजूद रहे। अंत में आंदोलन के संयोजक निखिलेश सिंह ने उपस्थितजनों के प्रति आभार जताया।